चंडीगढ़ 31 दिसंबर। चंडीगढ़ महिला कांग्रेस के अध्यक्ष दीपा दुबे ने कई सवाल स्थानीय भाजपा शासित नगर निगम और प्रशासन और भाजपा की चंडीगढ़ इकाई पर खड़े किए हैं।
दुबे ने कहा कि भाजपा शासित नगर निगम होने के बावजूद भाजपा के मेयर अनूप गुप्ता के कार्यकाल में नगर निगम सदन में शहर के मुद्दों को लेकर सबसे कम 9 बैठी हुई है पूरे साल में और जिन बैठकों का शहर की प्रगति और शहर की नगर निगम से कोई लेना-देना नहीं है उनकी दो बैठक हुई है। प्रश्न ही खड़ा होता है कि शहर की प्रगति के लिए मेयर अनूप गुप्ता ने क्या किया। शहर की जनता को वादे तो बहुत किया जैसे दिवाली गिफ्ट के नाम पर शहर वासियों के लिए 1 दिसंबर से शहर की पार्किंग को में टू व्हीलर व्हीकल के लिए फ्री पार्किंग लेकिन धरातल पर इस ऐलान की हवा निकल गई l भाजपा के मेयर हो और भाजपा के पार्षद भाजपा के मेयर के साथ नहीं थे जब ईवी पॉलिसी को लेकर खुद धरने पर आए लेकिन भाजपा के पार्षद धरने पर प्रशासन कार्यालय के बाहर नहीं पहुंचे। बीजेपी चंडीगढ़ इकाई की चंडीगढ़ के मेयर पर कोई नियंत्रण नहीं लगता।
दुबे ने कहा कि दिसंबर में होने वाली सदन की बैठक के ऐलान के बाद भी सदन की बैठक को स्थगित करना पड़ा क्या कारण है की मेयर महीने में एक नगर निगम की होने वाली बैठक को बुला नहीं पाते।
दुबे ने कहा कि दूसरी और बात करें शहर की सांसद किरण खेर की तो वह शहर कागजों में ही नगर निगम की एक्स ऑफिशियो मेंबर है क्योंकि सांसद किरण खेर को शहर की नगर निगम सदन में सिर्फ साल में एक बार वोट डालते हुए ही देखा गया है और कभी भूले भटके सदन में आई तो उनके रवैया से पता लगता है कि वह कितना शहर की प्रगति में अपना योगदान पिछले 9 सालों से दे रही हैं।
महिला कांग्रेस ने की अध्यक्ष ने कहा कि अगर भाजपा के मेयर द्वारा शहर में और शहर की प्रगति के लिए कुछ किया गया है तो वह बताएं। नगर निगम के मेयर चुनाव की बात हो तो सांसद किरण खेर की सुविधा के हिसाब से नगर निगम का चुनाव होगा नगर निगम का चुनाव कई सालों पहले 1 जनवरी को हुआ करता था लेकिन भाजपा के नेताओं और संसद के समय अनुसार नगर निगम चुनाव पहले सप्ताह के बजाय दूसरे या तीसरे सप्ताह में पिछले साल हुआ जो की शहर की प्रगति और शहर के विकास पर प्रश्न चिन्ह खड़ा कर रही है।