देहरादून, 23 अप्रैल। उत्तराखंड में चार धाम की यात्रा – 2024 पर आने वाले श्रद्धालुओं को यात्रा के दौरान स्वास्थ्य से जुड़ी कोई दिक्कत न हो, इसके लिए तमाम कदम उठाने का दावा स्वास्थ्य विभाग ने किया है।
इस कड़ी में यात्रा मार्गों पर हेल्थ एटीएम लगाए जाएंगे। हेल्थ एटीएम में ब्लड प्रेशर, शुगर, वजन, लंबाई, शरीर का तापमान, शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा आदि की जांच की जाएगी। इसके अलावा तीर्थ यात्रियों को टेलीमेडिसिन की सुविधा भी मिलेगी।
यह जानकारी उत्तराखंड के स्वास्थ्य सचिव डा. आर. राजेश कुमार ने दी। उन्होंने बताया कि इस बार तीर्थ यात्रियों के लिए पहले से बेहतर सुविधाएं देने के इंतजाम युद्ध स्तर पर किए जा रहे हैं। इस संबंध में जिलों को जरूरी हिदायतें दे दी गई हैं। विभाग नए उपकरण भी खरीद रहा है।
उल्लेखनीय है कि 10 मई को गंगोत्री-यमुनोत्री और केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के साथ ही उत्तराखंड चारधाम यात्रा 2024 की विधिवत शुरुआत हो जाएगी।
पर्यटन विभाग की वेबसाइट लाइव, अपनी हेल्थ संबंधी जानकारी भरें यात्री
उन्होंने बताया कि पर्यटन विभाग की वेबसाइट लाइव हो गई है। इसमें हेल्थ पैरामीटर का कॉलम रखा गया है। जिसमें यात्री अपनी हेल्थ से जुड़ी पूरी जानकारी भरेंगे तो उन्हें जरूरत के समय इलाज में आसानी रहेगी।
11 भाषाओं में तैयार की गई एसओपी
डॉ. आर. राजेश कुमार ने बताया कि चारधाम यात्रा के लिए एसओपी 11 भाषाओं में तैयार की गई है। इनमें हिंदी, अंग्रेजी के साथ गुजराती, मराठी, तेलगू समेत नौ स्थानीय भाषाओं में एसओपी तैयार कर बाहरी राज्यों को भेज दी है।
यात्रा मार्ग पर 50 स्क्रीनिंग प्वाइंट
यात्रा मार्ग पर 50 स्क्रीनिंग प्वाइंट बनाए गए हैं। इन स्क्रीनिंग प्वाइंट को रजिस्ट्रेशन प्वाइंट के साथ ही रखा गया है। इसमें तीर्थयात्रियों की उच्च रक्तचाप, मधुमेह सहित 28 पैरामीटर की जांच की जायेगी। इसमें हंस फाउंडेशन की टीम भी मदद कर रही है।
स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि तीर्थयात्रियों के लिए मेडिकल रिलीफ प्वाइंट बनाए जा रहे हैं। डॉक्टर व अन्य मेडिकल स्टॉफ के साथ ही यहां पर जरूरत के मुताबिक स्वास्थ्य मित्रों की तैनाती भी की जाएगी। मेडिकल रिलीफ प्वाइंट में दवाओं का स्टॉक, ऑक्सीजन सिलेंडर व अन्य सामान सहित सभी जरूरी उपकरण मौजूद रहेंगे।
तीर्थ यात्री कम से कम 7 दिन यात्रा के रखें
एसओपी के जरिए यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे कम से कम सात दिन के लिए चारधाम यात्रा की योजना बनाएं। केदारनाथ और यमुनोत्री धाम में पैदल चढ़ते समय प्रत्येक एक से दो घंटे के बाद 5 से 10 मिनट तक विश्राम करें। यात्रा के लिए गरम कपड़े, बारिश से बचाव के लिए रेनकोट, छाता, स्वास्थ्य जांच के लिए पल्स ऑक्सीमीटर, थर्मामीटर साथ में रखें। हृदय रोग, उच्च रक्तचाप, अस्थमा, मधुमेह से ग्रसित यात्री जरूरी दवा और डॉक्टर का नंबर अपने पास रखें। यात्रा के दौरान सीने में दर्द, सांस की तकलीफ, चक्कर आना, उल्टी आने पर नजदीकी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र या मेडिकल रिलीफ में चेक करवाएं।
श्रद्धालुओं के लिए बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के इंतजाम
स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार ने बताया कि यात्रा मार्ग पर ऐसे डाक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ की तैनाती की गयी है जो कि हृदय संबंधी रोगों के उपचार और निदान में पारंगत हों। उन्होंने कहा कि हम चारधाम यात्रा को पूरी तरह से सुगम और सुरक्षित बनाने के लिए संकल्पित हैं।