आप के वादों की बत्ती गुल, बिजली कट से कराह रहे लोग - परनीत कौर

पटियाला 25 मई। भीषण गर्मी कहर बरसा रही है और 45 डिग्री सेल्सियस से अधिक हुए तापमान में बिजली कट लोगों का घरों में रहना दूभर कर चुके हैं।

पटियाला लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी परनीत कौर ने अघोषित बिजली कटों की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कहा कि वह शनिवार को नाभा और समाना इलाकों में स्थित कई गांवों में चुनावी दौरे पर थीं। इस दौरान उन्होंने खुद लोगों को बिजली कटों से परेशान होते देखा। 

उन्होंने कहा कि 300 यूनिट प्रतिमाह की मुफ्त बिजली देने का वादा करने वाली आम आदमी पार्टी आज बिजली की मांग पूरा करने में पूरी तरह से असफल है। इस समय पंजाब में बिजली की मांग और सप्लाई में अंतर बढ़ता जा रहा है और पंजाब सरकार बिजली कटों से अपनी गलत नीतियों को छिपाने का प्रयास कर रही है। 

परनीत कौर ने कहा कि बिजली कटों से जहां लोगों का घरों में रहना दूभर हो चुका है, वहीं जिले भर में छोटे-बड़े सभी उद्योग भारी वित्तीय घाटा सहन करने को मजबूर हैं। गर्मी को लेकर पंजाब सरकार को जो तैयारी पहले से की जानी चाहिए थी, उसे वह नहीं कर पाए और आज मौजूदा सरकार बिजली कटों से अपनी गलतियां छिपाने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि जिले का कोई इलाका आज बिजली कटों से अछूता नहीं है और पंजाब सरकार को इस संबंध में तुरंत अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए।

भाजपा नेता परनीत कौर ने कहा कि तापमान बढ़ने से इस समय पंजाब में बिजली की मांग 14 हजार मेगावाट के पार हो चुकी है। बिजली की मांर पूरा करने में असफल पंजाब सरकार अब बिजली कटों से आपूर्ति का नाटक कर रही हैं। अघोषित कटों की संख्या दिन में दो से तीन गुणा तक बढ़ा दी गई है, जिसे मेंटेनेंस का नाम देकर लोगों को अंधेरे में रखने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पी.एस.पी.सी.एल. के इतिहास में पहली बार है कि बिजली की मांग को पंजाब सरकार मई महीने में ही पूरा करने में असफल हो गई। आगामी दिनों में धान सीजन के लिए कृषि क्षेत्र से बिजली की मांग बढ़ने वाली है और इस मांग के बढ़ते ही पंजाब में बिजली सप्लाई की समस्या और अधिक बड़ी हो जाएगी, जिसका खामियाजा हरेक पंजाबी को भुगतना होगा।

नाभा इलाकों में चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए भाजपा नेता परनीत कौर ने कहा कि पीएसपीसीएल का रिकॉर्ड गवाह है कि बीते तीन महीनों से बिजली की मांग का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है, लेकिन इसके बावजूद पंजाब सरकार ने बिजली की बढ़ती मांग को देखते हुए उसका कोई उचित प्रबंध करना जरूरी नहीं समझा। पंजाब सरकार की नालायकी आगामी दिनों में इंडस्ट्री सेक्टर को बिजली कटों के लिए मजबूर करेगी, जिसकी संभावना को देखते हुए पंजाब के उद्योगपतियों में बड़े वित्तीय घाटे का डर अभी से बढ़ना शुरू हो चुका है।

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