जालंधर, 2 फरवरी। पंजाब में संगठित अपराध को बड़ा झटका देते हुए पंजाब पुलिस ने हरप्रीत सिंह उर्फ हैपी बाबा निवासी गांव अलादीनपुर, तरन तारन की गिरफ्तारी से राज्य में सुनियोजित हत्याएं करने की साजिश को नाकाम किया है।
पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि आरोपी हैपी बाबा कत्ल और कत्ल करने की कोशिश के कई आपराधिक मामलों में शामिल है। पुलिस टीम ने उसके कब्ज़े में से एक 30 बोर का आटोमैटिक पिस्तौल, एक मैगज़ीन और तीन जिंदा कारतूस भी बरामद किए हैं।
यादव ने बताया कि गिरफ्तार किया गया आरोपी गैंगस्टर हरप्रीत सिंह उर्फ हैपी जट्ट निवासी जंडियाला का संचालक है, जो सरहदी राज्य पंजाब में शांति और सांप्रदायिक सदभावना को भंग करने के लिए टारगेट कीलिंग को अंजाम देने की साजिश रच रहा था और बड़ी रकम के बदले यह काम हैपी बाबा को सौंपा हुआ था।
उन्होंने बताया कि आरोपी हैपी बाबा पंजाब में हथियारों का सबसे बड़ा सप्लायर भी है और मध्य प्रदेश के हथियार सप्लायरों के साथ नजदीकी से जुड़ा हुआ था।
यह कार्यवाही काउंटर इंटेलिजेंस जालंधर की तरफ से तरनतारन के नानकसर मोहल्ले के विक्रमजीत सिंह उर्फ विक्की भट्टी को उसके कब्जे में से दो पिस्टल समेत गिरफ्तार करने से 25 दिनों बाद अमल में लाई गई।
एआईजी काउन्टर इंटेलिजेंस जालंधर नवजोत सिंह माहल ने बताया कि मुलजिम विक्की भट्टी से पूछताछ के दौरान यह बात सामने आई है कि हैपी जाट ने हैपी बाबा को राज्य में टारगेट कीलिंग को अंजाम देने की ज़िम्मेदारी सौंपी है। उन्होंने कहा कि तेज़ी से कार्यवाही करते हुये पुलिस टीमों ने कार्यवाही शुरू कर दी और दोषी हैपी बाबा को गिरफ़्तार कर लिया।
उन्होंने बताया कि पूछताछ के दौरान हैपी बाबा ने कबूल किया कि वह नाजायज हथियारों की अंतर-राज्य़ीय तस्करी में शामिल है और साल 2020- 21 से अब तक मध्य प्रदेश से हथियारों की तस्करी करके तरन तारन और अमृतसर के क्षेत्र में कम से कम 100 नाजायज हथियार बेच चुका है। मामले की जांच जारी है।