बठिंडा, 20 दिसंबर। पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय के आईक्यूएसी और एनएसएस सेल द्वारा अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), बठिंडा के सामुदायिक और पारिवारिक चिकित्सा विभाग के सहयोग से छात्रों और कर्मचारियों के लिए कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन (सीपीआर) प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह कार्यशाला प्रतिभागियों को जीवनरक्षक तकनीकों में प्रशिक्षित करने के लिए अमेरिकन हार्ट्स एसोसिएशन (एएचए) की पहल के अंतर्गत आयोजित की गई थी।
इस कार्यशाला में एम्स, बठिंडा के पारिवारिक स्वास्थ्य और सामुदायिक चिकित्सा विभाग से मेडिकल टीम ने विश्वविद्यालय परिसर में प्रतिभागियों को हृदय संबंधी आपात स्थितियों के दौरान जीवन बचाने में सीपीआर की महत्वपूर्ण भूमिका पर जानकारी प्रदान की। इसके बाद डॉ. प्रवीण पिसुड्डे की देखरेख में एम्स बठिंडा मेडिकल टीम के चिकित्सकों और नर्सिंग स्टाफ की टीम द्वारा सीपीआर (कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन) पर व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान किया गया। व्यावहारिक प्रशिक्षण सत्र में सुरक्षा कर्मियों, संकाय, कर्मचारियों और छात्रों सहित 200 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया।
कार्यशाला का प्राथमिक उद्देश्य छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों को जीवन-रक्षक ज्ञान और सीपीआर कौशल के साथ सशक्त बनाना था। कार्यशाला के उपरांत आईक्यूएसी निदेशक डॉ. मोनिशा धीमान ने इस आयोजन के लिए आवश्यक सहयोग प्रदान करने हेतु एम्स, बठिंडा के प्रतिनिधियों का आभार व्यक्त किया। अंत में डीन छात्र कल्याण प्रो. संजीव ठाकुर ने औपचारिक धन्यवाद ज्ञापन दिया।